किसी ने कर दिया जादू टोना।
ले उड़ा नींद सबकी कोरोना।
लोग डरने लगे, आहें भरने लगे।
परिस्थितियों पे आता है रोना।
ले उड़ा नींद………………..
हो रहीं आँखें नम, अब कहाँ जायें हम?
कौन सा अब सुरक्षित है कोना?
ले उड़ा नींद………………..
रुक गई जिंदगी, क्या करें बंदगी?
भूली पलकों ने सपने संजोना?
ले उड़ा नींद………………..
घबराये जिया, काँपे थर – थर पिया ।
छोड़ दी आँखों ने अब से सोना।
ले उड़ा नींद………………..
सुनो मेरी अरज, कोप दो ईश तज।
टाल दो अनहोनी का होना।
ले उड़ा नींद………………..