वादा कर भूल जाने की आदत नहीं है |
किसी का दिल दुखाने की आदत नहीं है।
छोड़ देती मैं भी बात करना मगर,
कि मुझे रूठ जाने की आदत नहीं है |
प्यार दिल में सम्हाले छुपाये रखी ,
क्यों कि होठों पे लाने की आदत नहीं है |
करले तू सितम जितना भी सनम,
मुझे घबराने की आदत नहीं है!
सभी कसमें निभाये मैंने की मुझे ,
वचन झुठलाने की आदत नहीं है |
करती हूँ मैं तुझपर हमेशा यकीं ,
कि मुझे आजमाने की आदत नहीं है |
तेरी हर खुशी मेरी भी है खुशी,
अतः जलने जलाने की आदत नहीं है |
मानती है किरण बात तेरी सभी ,
क्योंकि बात बढ़ाने की आदत नही है |
मुझे भी झूठी तारीफ की आदत नही😊…..बहुत ही शानदार लिखा किरण जी
पसंद करेंपसंद करें
धन्यवाद ममता जी
पसंद करेंपसंद करें
बहुत ही अच्छा लिखा है आपने। 👌👌
पसंद करेंLiked by 1 व्यक्ति
तहे दिल से शुक्रिया
पसंद करेंLiked by 1 व्यक्ति