प्रिय सुन लेना संगीत कभी ,
मेरे कंगन के खन- खन में |
महसूस स्वयं को कर लेना,
मेरी पायल की छन – छन में |
कह दूँ कैसे प्रियतम तुमसे
कि मैं याद तुम्हें कब करती हूँ ,
तुम तो रहते हो हरदम ही ,
मेरी हिय की हर धड़कन में ||
प्रिय सुन लेना संगीत कभी ,
मेरे कंगन के खन- खन में |
महसूस स्वयं को कर लेना,
मेरी पायल की छन – छन में |
कह दूँ कैसे प्रियतम तुमसे
कि मैं याद तुम्हें कब करती हूँ ,
तुम तो रहते हो हरदम ही ,
मेरी हिय की हर धड़कन में ||
बहुत बढ़िया पंक्तियां हैं।
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बहुत शुक्रिया
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Bahut bahut khoobsurat. Thank you! 🙂
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मन हर लेने वाली खूबसूरत पँक्तियाँ
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बहुत खूब पंक्तियाँ है
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