हर पार्टी दिखला रही , एक दूजे का खोट।
लेकिन मति से काम ले, तुम अपना दो वोट।।
तुम अपना दो वोट, लगे जो तुमको अच्छा।
सुन्दर हो व्यक्तित्व , अपेक्षित जो हो सच्चा।
निर्भय होकर धर्म, निभाओ हे नारी – नर।
देख बनाकर बात, न ले मति को कोई हर।।
हर पार्टी दिखला रही , एक दूजे का खोट।
लेकिन मति से काम ले, तुम अपना दो वोट।।
तुम अपना दो वोट, लगे जो तुमको अच्छा।
सुन्दर हो व्यक्तित्व , अपेक्षित जो हो सच्चा।
निर्भय होकर धर्म, निभाओ हे नारी – नर।
देख बनाकर बात, न ले मति को कोई हर।।