गोलू – मोलू

हर भाव का धनी बाल कविता संग्रह- गोलू-मोलू
लेखिका- किरण सिंह

गोलू मोलू, एक प्यारा बाल-कविता संग्रह, जिसे लिखा है जानी मानी लेखिका किरण सिंह जी ने।पहले भी कई विधाओं में लिखकर साहित्यजगत को समृद्ध करने वाली किरण जी ने अब बाल साहित्य की ओर अपना ध्यान केंद्रित किया है। इस क्षेत्र में भी उन्होंने अद्भुत अभिव्यक्ति दी है।
बच्चे अपनी दुनिया में उनको ही प्रवेश देते हैं जो दिल में बचपन संजोकर रखते हैं और उनके संग बागों में झूला झूलने और तितलियों के पीछे भागने का हौसला रखते हैं। इसी हौसले ने किरण जी से बाल साहित्य का सृजन करवाया। गोलू – मोलू पुस्तक में सर्वप्रथम लेखिका ने पत्र लिखकर बच्चों को सम्बोधित किया है और उनके समक्ष दोस्ती का हाथ बढ़ाया है जिसे बच्चे अवश्य स्वीकार करेंगे। पुस्तक का आरम्भ सरस्वती माँ की सुन्दर वंदना से किया गया है। उसके बाद एक प्रार्थना गीत है जिसे बच्चे अवश्य गाना पसन्द करेंगे। उसके बाद बच्चों की प्रिय माँ पर कविता है , जिसमें बच्चों की ओर से माँ के गुणों का वर्णन किया गया है। उसके बाद लेखिका की लेखनी ने हर उस विषय को स्पर्श किया है जहाँ बच्चे अवश्य होते हैं। टीचर जी कैसी होती हैं, बच्चों की ओर से पढ़ना मन को भाया। देखो भोर हुई उठ जाओ, बहुत प्यारी कविता है।
जहाँ बच्चे हों वहाँ उनकी चुहलबाजियाँ न हों, शरारतें न हों, मान मनौवल न हो…यह कैसे मुमकिन है।
‘ गोलू मोलू बबलू डब्लू’, ‘गुड़िया रानी’, ‘ दिया करो न घुड़की ‘, खेल खेल में लगे झगड़ने…कविताओं में लेखिका ने इन्हीं बाल स्वभाव को बाँधने का सफल प्रयास किया है। जैसे-जैसे मैं आगे की कविताएँ पढ़ती जा रही, किरण जी की सकारात्मक सोच एवं उन्हें शब्दों में बांधने की कला देख अचंभित हो रही। सूरज और चंदा में श्रेष्ठ कौन …पाठकगण स्वयं पढ़कर देखें। बच्चों की छोटी छोटी हरकतों को पैनी नजर से परखने वाली लेखिका ने कई कविताओं में हास्य का रंग घोलकर प्रस्तुत किया है जिसे पढ़ते हुए बरबस होठों पर मुस्कुराहट आ जाती है। जल का महत्व, मुनिया को पढ़ने का महत्व सामाजिक सरोकार की कविताएं भी अत्यंत सुन्दर हैं।
बच्चों में देशभक्ति की भावना का विकास भी अत्यंत आवश्यक है, इस जिम्मेदारी को भी किरण जी ने बखूबी निभाया है। अंतिम कविता समसामयिक है जिसे कोरोना के नाश की बात कही गयी है।
पुस्तक बच्चों को उपहार के रूप में दी जा सकती है। यह अमेज़ॉन पर उपलब्ध है।
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पुस्तक परिचय-
पुस्तक का नाम- गोलू मोलू ( बाल कविता – संग्रह)
लेखिका- किरण सिंह
प्रकाशन- जानकी प्रकाशन
कीमत- पुस्तक में 150/- है किंतु वह बिल्कुल आधी कीमत अर्थात 75/- रुपये में उपलब्ध है।

गोलू – मोलू&rdquo पर एक विचार;

  1. बच्चो के लिए बहुत ही सुन्दर

    मंगल, 12 जन॰ 2021, 18:34 को ज्योति कलश ने
    लिखा:

    > Kiran Singh posted: ” हर भाव का धनी बाल कविता संग्रह- गोलू-मोलूलेखिका-
    > किरण सिंह गोलू मोलू, एक प्यारा बाल-कविता संग्रह, जिसे लिखा है जानी मानी
    > लेखिका किरण सिंह जी ने।पहले भी कई विधाओं में लिखकर साहित्यजगत को समृद्ध
    > करने वाली किरण जी ने अब बाल साहित्य की ओर अपना ध्यान केंद्”
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