कि सखी साजन????

गीत, गज़ल, कविता में आये |
मिलने को हरदम अकुलाये |

जुड़ कर दिल से कहता सस्वर |

कि सखी साजन ????

न सखी अक्षर |

बहुत मुझे है उससे प्यार |
बिन उसके सूना श्रृंगार |

होठ लगे तो हिल जाय डिस्टिक |

कि सखी साजन????
न सखि लिपस्टिक |

पढ़ना जारी रखें “कि सखी साजन????”

Advertisement