पर्दाफाश
एक विशिष्ट सम्मान के लिए रेणुका जी के नाम की घोषणा होते ही संस्था के सभी सदस्य आपस में कानाफूसी करने लगे।
आज रेणुका जी के ग्रुप में दिये गये उस मैसेज की गुत्थी सुलझने लगी।
उनका मैसेज था –
“फिलहाल मेरी नीजी व्यस्तता बहुत अधिक है अतः मैं कार्यकारिणी से स्तीफा तो दे रही हूँ, मगर मैं इस संस्था में अपनी सेवा पूर्ववत देती रहूंगी” रेनुका जी का मैसेज देखकर ग्रुप में हलचल मच गयी ।
आखिर इतनी सक्रिय सदस्य की ऐसी कौन सी मजबूरी आ पड़ी है कि उन्हें यह निर्णय लेना पड़ा और जब सेवा देती ही रहेंगी तो फिर व्यस्तता कैसी? सभी अपने-अपने सोच के अनुसार अनुमान लगाने लगे थे।कुछ सदस्य तो रेणुका जी के महानता की गाथा तक गाने लगे थे।
किन्तु आज कानाफूसी के बाद उस मैसेज के राज़ का पर्दाफाश हो ही गया।
दरअसल संस्था का नियम है कि कार्यकारिणी की सदस्य या पदाधिकारियों का नाम पुरस्कार के लिए चयनित नहीं होगा।